आपको याद होगा जब आप पहली बार आयकर रिटर्न भर रहे थे। उस समय की घबराहट और फ़ॉर्म्स का पहाड़। आज भी यह काम कई लोगों के लिए मुश्किल है।
लेकिन अब भारतीय कर प्रणाली में एक बड़ा बदलाव आ गया है। नई Direct Tax Code 2025 आपको राहत देने का वादा करती है। यह कर प्रक्रिया को सरल और स्पष्ट बनाने का लक्ष्य रखती है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने Direct Tax Code 2025 की घोषणा की है। यह 1 अप्रैल, 2025 से लागू होगा। इसका उद्देश्य कर भुगतान को आसान बनाना और अधिक लोगों को शामिल करना है।
यह संहिता भारतीय कर कानून को सुधारने का एक महत्वपूर्ण कदम है। आयकर सुधार की प्रतीक्षा करने वालों के लिए यह एक बड़ी राहत हो सकती है।
मुख्य बातें
- Direct Tax Code 2025 का उद्देश्य कर प्रणाली को सरल और पारदर्शी बनाना है।
- Senior citizen महिलाओं के लिए विशेष लाभ दिए जाएंगे।
- 55 लाख तक आय वालों को कर छूट मिलेगी।
- कर रियायतों और छूट को दूसरों के लिए भी युक्तिसंगत बनाया जाएगा।
- इसका क्रियान्वयन 1 अप्रैल, 2025 से शुरू होगा।
Direct Tax Code 2025 की घोषणा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025 की घोषणा की। उन्होंने Direct Tax Code 2025 की शुरुआत की घोषणा की। यह 2025-26 वित्तीय वर्ष से लागू होगा।
इस नए कोड से कर नियम सरल और स्पष्ट होंगे। वर्तमान की जटिल कानूनों को बदला जाएगा।
2025 से नए डायरेक्ट टैक्स कोड का क्रियान्वयन
Direct Tax Code 2025 के साथ, कई बड़े बदलाव आएंगे। 165 साल बाद, 1961 के इनकम टैक्स एक्ट को समाप्त किया जाएगा।
नए कोड से कर नियम संगठित और सरल होंगे। यह करदाताओं के लिए प्रक्रियाओं को आसान बनाएगा।
इससे ज्यादा लोग कर देने के लिए तैयार होंगे। आर्थिक वृद्धि भी बढ़ेगी।
वित्त मंत्री द्वारा 2025 बजट सत्र में घोषणा
वित्त मंत्री सीतारमण ने बजट घोषणा में बड़ा ऐलान किया।
Direct Tax Code 2025 को लागू करने के लिए, वित्त मंत्रालय ने विस्तार से काम किया। विभिन्न हितधारकों के साथ परामर्श किया गया। इस लिंक पर अधिक जानकारी है।
Direct Tax Code 2025 की विशेषताएं
सरकार ने Direct Tax Code 2025 लाने का फैसला किया है। इसका उद्देश्य एक आसान कर प्रणाली बनाना है। यह करदाता सेवाओं को बेहतर बनाने में मदद करेगा।
इस कोड से प्रत्यक्ष कर सुधार तेजी से होगा। करदाताओं को एक सरल और स्पष्ट प्रणाली मिलेगी।
कर प्रणाली को सरल और एकीकृत बनाना
DTC 2025 कर प्रणाली को सरल और एकीकृत करने पर केंद्रित है। सरलीकृत कर प्रणाली में नए तरीके शामिल किए जाएंगे।
करदाताओं को इससे ज्यादा सुविधा मिलेगी।
कर नियमों को करदाता अनुकूल बनाना
सरकार कर नियमों को करदाता अनुकूल बनाना चाहती है। करदाता सेवाओं और डिजिटल डेटा का उपयोग किया जाएगा।
इस तरह, करदाताओं के लिए अनुपालन आसान होगा। प्रत्यक्ष कर सुधार के लिए नई तकनीकें और प्रक्रियाएं शामिल की जाएंगी।
कर रियायतों और छूट को युक्तिसंगत बनाना
Direct Tax Code 2025 कर रियायतों और छूट को युक्तिसंगत बनाएगा। विभिन्न आय समूहों के लिए कर छूट को तार्किक और प्रभावी बनाया जाएगा।
करदाताओं और कॉर्पोरेट्स के लिए कर नीति सरल और सुविधाजनक होगी।
नए Direct Tax Code 2025 के बारे में सब कुछ जानें
Direct Tax Code 2025 भारत की कर प्रणाली को आधुनिक बनाने का काम करेगी। यह कर प्रक्रिया को सरल बनाने का लक्ष्य रखता है। आयकर सुधार के माध्यम से प्रत्यक्ष कर कानून को अधिक पारदर्शी बनाने का प्रयास किया जाएगा।
कर संग्रह में वृद्धि करने के लिए यह कोड काम करेगा। करदाताओं के लिए अनुपालन को आसान बनाने का भी लक्ष्य है।
Direct Tax Code 2025 में आयकर स्लैब्स को बदला गया है। यह बदलाव करदाताओं के विभिन्न वर्गों को राहत देने के लिए किया गया है। महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों, और उच्च आय वालों के लिए अलग-अलग संरचनाएं बनाई गई हैं।
उदाहरण के लिए, 60 वर्ष से कम आयु की महिलाओं के लिए:
आय श्रेणी (₹) | कर दर (%) |
---|---|
₹3,00,000 तक | कर छूट |
₹3,00,001 से ₹6,00,000 तक | 5% |
₹6,00,001 से ₹9,00,000 तक | ₹15,000 + 10% |
वरिष्ठ नागरिकों के लिए Direct Tax Code 2025 में विशेष प्रावधान हैं।
- ₹2,50,000 तक की आय पर कर छूट
- ₹2,50,001 से ₹5,00,000 तक की आय पर 5%
प्रत्यक्ष कर कानून के तहत नए आयकर स्लैब्स और कर दरें शामिल की गई हैं।
आय श्रेणी (₹) | कर दर (%) |
---|---|
₹3,00,000 तक | कर छूट |
₹3,00,001 से ₹7,00,000 तक | 5% |
₹7,00,001 से ₹10,00,000 तक | 10% |
₹10,00,001 से ₹12,00,000 तक | 15% |
₹12,00,001 से ₹15,00,000 तक | 20% |
₹15,00,000 से अधिक | 30% |
Direct Tax Code 2025 कर राहत और आयकर सुधारों के माध्यम से कर संग्रह बढ़ाने का लक्ष्य रखता है। यह करदाताओं के लिए अधिक पारदर्शी और संतोषजनक कराधान अनुभव प्रदान करेगा।
डायरेक्ट टैक्स कोड 2025 के उद्देश्य
डायरेक्ट टैक्स कोड 2025 कर प्रणाली को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए बनाया गया है। यह कोड कर अनुपालन को बढ़ावा देने के लिए है। इसका उद्देश्य अधिक लोगों को टैक्स का दायरा बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करना है।
इसके अलावा, कर विवादों की संख्या कम करने के लिए भी काम किया जाएगा। सरल उपायों के माध्यम से विवाद समाधान को सुधारा जाएगा।
कर अनुपालन को आसान बनाना
Direct Tax Code 2025 ने कर प्रणाली को सरल बनाने के लिए कई सुधार किए हैं। इसका उद्देश्य नागरिकों को कर आवेदन प्रक्रिया में सहज बनाना है।
कर चोरी और अनियमितताओं को कम करने के लिए कड़ी व्यवस्था की गई है। कर अनुपालन पर विशेष ध्यान दिया गया है।
टैक्सपेयर्स की संख्या में वृद्धि करना
Direct Tax Code 2025 टैक्सपेयर्स वृद्धि को प्रोत्साहित करने के लिए बनाया गया है। करदाताओं को कर दायित्व समझने और उसका पालन करने में मदद मिलेगी।
कर छूट और इंसेंटिव्स दिए जाएंगे। इससे ज्यादा लोग टैक्स नेट में आ सकेंगे।
कर नियमों से संबंधित विवादों को कम करना
डायरेक्ट टैक्स कोड 2025 कर विवाद समाधान को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया है। नए कोड में विवाद समाधान की प्रक्रियाओं को सरल किया जाएगा।
करदाताओं को अदालतों का सहारा लेने की आवश्यकता कम होगी। नए प्रावधानों से कर विवाद समाधान में सुधार होगा।
डायरेक्ट टैक्स कोड 2025 का विकास
डायरेक्ट टैक्स कोड 2025 का विकास कई चरणों में हुआ है। इसका प्रस्ताव 2009 में आया। यह आयकर अधिनियम 1961 का स्थान लेगा। इससे कर प्रक्रिया को सुधारा जाएगा।
DTC का प्रस्ताव पहली बार 2009 में
DTC प्रस्ताव का पहली बार 2009 में पेश किया गया। इसका उद्देश्य कर प्रणाली को प्रतिस्पर्धी बनाना था। कर अनुपालन को बढ़ाना भी इसमें शामिल था।
आयकर अधिनियम 1961 के कठोर खंडों को सरल करने के लिए यह महत्वपूर्ण था। समय के साथ, इसमें कई परामर्श और सुधार हुए।
इस नए कोड से कर प्रक्रिया सरल और सुगम होगी।
2010 से 2017 तक DTC में संशोधन
2010 से 2017 तक, DTC में कई संशोधन हुए। इन संशोधनों से कर नियम अधिक पारदर्शी हुए। Direct Tax Code 2025 के नवीनतम संस्करण में करदाता सेवाओं को बेहतर बनाने पर जोर दिया गया।
कर विवादों को कम करने और कर सुनिश्चितता प्रदान करने पर भी जोर दिया गया। यह संकेत देता है कि भारत में कर प्रणाली सरल, एकीकृत और अधिक कुशल होगी।
DTC संशोधन में कर रियायतों और छूटों की पुन: संरचना का प्रस्ताव है। इससे करदाताओं को अधिक लाभ मिलेगा। आयकर अधिनियम 1961 की जगह लेने और कर प्रणाली को संतुलित बनाने के लिए यह महत्वपूर्ण है।
अंततः, डायरेक्ट टैक्स कोड 2025 का उद्देश्य आगामी वित्तीय वर्ष 2025-26 से प्रभावी होना है। इससे कर अनुपालन में वृद्धि होगी। कर प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और सुगम होगी।
आय का स्रोत | TDS दर |
---|---|
वेतन का भुगतान | सामान्य स्लैब दरें |
सिक्योरिटीज पर ब्याज: डिबेंचर्स | 10% |
लॉटरी जीतने से आय | 30% |
पेशेवर सेवाओं के लिए भुगतान | 10% |
ई-कॉमर्स सेल बिक्री/सेवाओं पर TDS | 1% (अक्टूबर 2024 से पहले), 0.1% (अक्टूबर 2024 से बाद) |
इनकम टैक्स एक्ट और Direct Tax Code में अंतर
नया Direct Tax Code 2025 आयकर विधान, 1961 को बदल देगा। इसमें कर संरचना और दरों में बड़े बदलाव होंगे। Direct Tax Code 2025 मतभेद को समझने के लिए निम्नलिखित तत्व महत्वपूर्ण हैं:
फीचर | आयकर विधान 1961 | Direct Tax Code 2025 |
---|---|---|
कर संरचना | 298 सेक्शन और 14 शेड्यूल | 319 सेक्शन और 22 शेड्यूल |
ऊच्च आय पर कर दर | 30% + 15% सरचार्ज | 35% |
लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन | लिस्टेड शेयर्स पर पूरा छूट | आमतौर पर आय का हिस्सा (अनुक्रमण लाभ के साथ) |
रिहायसी स्थिति | निवासी, गैर-निवासी, निवासी लेकिन साधारण निवासी नहीं | निवासी और गैर-निवासी |
टैक्स ऑडिट | केवल चार्टर्ड अकाउंटेंट्स द्वारा | चार्टर्ड अकाउंटेंट्स, कंपनी सेक्रेटरी और कॉस्ट अकाउंटेंट्स द्वारा भी |
लाभांश पर कर | डिवाइडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स 15% + लागू सेस | 15% |
Direct Tax Code 2025 मतभेद आयकर विधान से कई सुधार लाएंगे। कर कानूनों की स्पष्टता बढ़ाएंगे। विवादों को कम करेंगे।
कर कानूनों को सरल और समेकित करना होगा। करदाता आधार का विस्तार और अनुपालन लागत को कम करना होगा।
नई संहिता का लक्ष्य एक आर्थिक, कुशल और निष्पक्ष कर प्रणाली स्थापित करना है।
Direct Tax Code 2025 के कार्यान्वयन से करदाताओं की संख्या 7.5% तक बढ़ेगी।
इस कोड के तहत, कई पेशेवर टैक्स ऑडिट कर सकेंगे। चार्टर्ड अकाउंटेंट्स, कंपनी सेक्रेटरी और कॉस्ट अकाउंटेंट्स भी शामिल होंगे।
नया Direct Tax Code 2025 आयकर विधान 1961 की तुलना में अधिक प्रभावी होगा। देश की कर प्रणाली में सामर्थ्य और आधुनिकता आएगी।
डायरेक्ट टैक्स कोड 2025 के चलते व्यक्तियों को मिलने वाली राहत
डायरेक्ट टैक्स कोड 2025 के तहत, जिन लोगों की आय 55 लाख रुपये तक है, उन्हें बड़ी राहत मिलेगी। यह कर व्यवस्था करदाताओं के जीवन को आसान बनाने के लिए है। अब आप अधिक बचत कर सकते हैं और वित्तीय रूप से मजबूत हो सकते हैं।
55 लाख तक आय वालों को कर छूट
डायरेक्ट टैक्स कोड 2025 में 55 लाख आय वालों को विशेष रूप से ध्यान मिलेगा। यहां कुछ मुख्य बिंदु हैं:
- 55 लाख रुपये तक की आय पर बड़ी कर राहत
- व्यक्तिगत कर योजनाएं के अंतर्गत नए प्रावधान
- आयकर छूट का दायरा बढ़ाया गया
नए डायरेक्ट टैक्स कोड 2025 के अनुसार, 55 लाख तक की आय वाले लोगों को कई राहतें मिलेंगी। यहां देखें कि यह आपके लिए कैसा लाभदायक हो सकता है:
आय | पुराना टैक्स नियम | नया टैक्स नियम |
---|---|---|
0 – 2.5 लाख | कोई टैक्स नहीं | कोई टैक्स नहीं |
2.5 – 5 लाख | 5% | 5% |
5 – 10 लाख | 20% | 10% |
10 लाख से अधिक | 30% | 30% |
डायरेक्ट टैक्स कोड 2025 ने आयकर छूट और व्यक्तिगत कर योजनाओं को बेहतर बनाया है। 55 लाख आय वाले लोगों के लिए यह एक बड़ा फायदा है।
कॉर्पोरेट टैक्स नियमों में बदलाव
Direct Tax Code 2025 में कॉर्पोरेट कर नियमों में बड़े बदलाव हुए हैं। ये बदलाव कंपनियों के लिए कर को आसान बनाने के लिए हैं। विशेष रूप से, विदेशी कंपनियों की शाखाओं पर ब्रांच प्रॉफिट टैक्स लगाया गया है।
इसके अलावा, स्टार्टअप्स को कई प्रोत्साहन दिए गए हैं। इससे नए और तकनीकी कंपनियों को तेजी से विकसित होने में मदद मिलेगी।
विदेशी कंपनियों द्वारा ब्रांच प्रॉफिट टैक्स का भुगतान
Direct Tax Code 2025 के अनुसार, विदेशी कंपनियों की भारतीय शाखाओं पर ब्रांच प्रॉफिट टैक्स लगेगा। यह नियम भारत में विदेशी कंपनियों को समान कर के अनुसार काम करने के लिए प्रेरित करेगा।
भारतीय कर अधिकारियों ने बताया कि यह नीति विदेशी कंपनियों की पारदर्शिता और कर पूर्णता सुनिश्चित करेगी।
स्टार्टअप्स को मिलने वाले प्रोत्साहन
नए टैक्स कोड में स्टार्टअप्स के लिए प्रोत्साहन शामिल हैं। टैक्स रियायतों के माध्यम से, स्टार्टअप्स को तकनीकी नवाचार और व्यावसायिक विकास के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
Finance Minister ने बजट सत्र में घोषणा की कि Angel Tax को संशोधित कर सभी निवेशकों के लिए हटा दिया गया है। इससे स्टार्टअप्स को अधिक निवेश आकर्षित करने में मदद मिलेगी।
इसके अतिरिक्त, स्टार्टअप्स के लिए कर लाभों को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए कई नए उपाय पेश किए गए हैं।
Direct Tax Code 2025 के तहत करदाताओं के लिए सुविधाएं
डायरेक्ट टैक्स कोड 2025 में करदाताओं के लिए कई सुविधाएं शामिल की गई हैं। इसमें डिजिटल भुगतान को बढ़ावा दिया गया है। इससे करदाता अपने टैक्स आसानी से दे सकेंगे।
कर प्रक्रिया को डिजिटल बनाना
डायरेक्ट टैक्स कोड 2025 कर प्रक्रिया को डिजिटल बनाने पर काम कर रहा है। इसका उद्देश्य करदाताओं को तेजी से और आसानी से सेवाएं देना है। डिजिटल भुगतान को अपनाने से करदाताओं को ऑनलाइन काम करने में मदद मिलेगी।
इससे प्रशासनिक बोझ भी कम होगा।
टैक्सपेयर्स और CBDT के बीच मध्यस्थता
डायरेक्ट टैक्स कोड 2025 ने CBDT मध्यस्थता को महत्वपूर्ण बनाया है। इसमें करदाताओं और CBDT के बीच तेज और स्पष्ट संवाद को प्राथमिकता दी गई है।
इससे करदाताओं की समस्याएं जल्द हल होंगी। यह उनकी सुविधा को बढ़ावा देगा।
नई करदाताओं के लिए ये उपाय प्रक्रिया को सरल बनाएंगे। इससे नियमों में स्पष्टता और विश्वसनीयता भी बढ़ेगी।
नए डायरेक्ट टैक्स कोड के लागू होने का समय
Direct Tax Code 2025 का लागू होने का समय 1 अप्रैल 2025 निर्धारित किया गया है। इस दौरान, वित्त मंत्रालय विभिन्न दिशानिर्देश जारी करेगा। नया कर कानून लागू होने पर, करदाताओं को नए नियमों के अनुसार अपने कर रिटर्न दाखिल करना होगा।
नया कर कानून लागू होने से पहले, कर अनुपालन और रिटर्न दाखिल करने की प्रक्रिया आसान होगी। इससे करदाताओं को लाभ होगा और उनकी लागत कम होगी। नया कर कानून अधिक पारदर्शिता और स्पष्टता लाएगा।
Direct Tax Code 2025 के तहत, आयकर विभाग करदाताओं को सहायता और जानकारी देगा।
वर्ष | कर कोड की स्थिति |
---|---|
2009 | Direct Tax Code का प्रस्ताव |
2013 | अंतिम प्रस्तुति |
2025 | लागू |
Direct Tax Code 2025 के तहत, करदाता अधिक सुविधा और लाभ प्राप्त करेंगे। करदाताओं को नया कर कानून लागू होने से पहले तैयार रहने की सलाह दी जाती है।
डायरेक्ट टैक्स कोड 2025 के लिए आवश्यक विवरणी और फॉर्म
डायरेक्ट टैक्स कोड 2025 के तहत, करदाताओं के लिए फॉर्म भरना आसान हो गया है। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि आपके पास सही दस्तावेज़ हों। इससे आखिरी समय के तनाव से बचा जा सकता है।
करदाताओं के लिए Gross Total Income और कटौतियाँ बहुत महत्वपूर्ण हैं। उदाहरण के लिए, यदि आपकी आय रु. 17,00,000 है, तो आप कई कटौतियों का लाभ उठा सकते हैं।
इन कटौतियों में से एक है सेक्शन 80C के तहत रु. 1,50,000 की कटौती। साथ ही, सेक्शन 80CCD(1b) के तहत एनपीएस निवेश पर रु. 50,000 की कटौती भी है।
इसके अलावा, सेक्शन 80D के तहत मेडिकल इंश्योरेंस पर रु. 25,000 और सेविंग अकाउंट इंटरेस्ट पर रु. 10,000 की कटौती भी उपलब्ध है।
इन सभी कटौतियों को ध्यान में रखते हुए, आपकी नेट टैक्सेबल इनकम रु. 14,65,000 होगी।
DTC 2025 फॉर्म भरते समय, नई टैक्स स्लैब्स को समझना आवश्यक है। आय रु. 2,50,000 तक कर मुक्त होगी।
रु. 2.5 लाख से रु. 5 लाख तक की आय पर 5% की दर से टैक्स लगेगा। रु. 5 लाख से रु. 10 लाख तक की आय पर 20% और रु. 10 लाख से अधिक की आय पर 30% की दर से टैक्स लगाया जाएगा।
कुल कर भुगतान रु. 2,52,000 होगा, जिस पर 4% का सेस शामिल है। अंतिम टैक्स लायबिलिटी रु. 2,62,080 होगी।
आयु समूह के लिए, 60 से 80 वर्ष के लोगों के लिए आय रु. 3 लाख तक कर मुक्त होगी।
रु. 3 लाख से रु. 5 लाख तक की आय पर 5% की दर से टैक्स लगाया जाएगा। रु. 5 लाख से रु. 6 लाख तक की आय पर 5%, रु. 6 लाख से रु. 9 लाख तक 20%, और रु. 9 लाख से रु. 10 लाख तक 20% की दर पर टैक्स लगाया जाएगा।
रु. 10 लाख से अधिक की आय पर 30% की दर से टैक्स लगेगा।
इस नई व्यवस्था के तहत सही फॉर्म और दस्तावेज़ जमा करना बहुत जरूरी है। इससे कर अनुपालन में कोई समस्या नहीं होगी।
करदाताओं को सलाह दी जाती है कि वे सभी आवश्यक दस्तावेज़ पहले से तैयार रखें। कर विवरणी भरते समय सभी कटौतियों और छूटों का ध्यान रखें।
FAQ
Q: नया Direct Tax Code 2025 कब से लागू होगा?
A: नया Direct Tax Code 2025 वित्तीय साल 2025-26 के बजट सत्र से लागू किया जाएगा।
Q: Direct Tax Code 2025 के मुख्य उद्देश्य क्या हैं?
A: Direct Tax Code 2025 का उद्देश्य कर प्रणाली को सरल बनाना है। यह कर प्रक्रिया को आसान बनाने और कर अनुपालन को सुधारने के लिए है। इससे टैक्सपेयर्स की संख्या बढ़ेगी और कर विवाद कम होंगे।
Q: Direct Tax Code 2025 के तहत कौन-कौन सी कर छूट और रियायतें शामिल हैं?
A: Direct Tax Code 2025 में कर रियायतें और छूटें शामिल होंगी। 55 लाख रुपये तक की आय वाले लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।
Q: Direct Tax Code 2025 में कॉर्पोरेट कर नियमों में क्या बदलाव होंगे?
A: Direct Tax Code 2025 में विदेशी कंपनियों के लिए ब्रांच प्रॉफिट टैक्स का भुगतान करने का विकल्प होगा। स्टार्टअप्स को विशेष प्रोत्साहन मिलेंगे।
Q: नए Direct Tax Code 2025 के तहत कर प्रक्रिया को कैसे सरल बनाया जाएगा?
A: Direct Tax Code 2025 कर प्रक्रियाओं को डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर लाएगा। इससे टैक्सपेयर्स और CBDT के बीच मध्यस्थता आसान हो जाएगी।
Q: Direct Tax Code 2025 का विकास कब और कैसे हुआ?
A: DTC का पहला प्रस्ताव 2009 में आया। 2010 से 2017 तक इसमें कई संशोधन हुए। यह कर प्रणाली को अधिक कुशल बनाने के लिए है।
Q: क्या Direct Tax Code 2025 और वर्तमान इनकम टैक्स एक्ट 1961 में अंतर है?
A: हां, Direct Tax Code 2025 और इनकम टैक्स एक्ट 1961 में अंतर है। नए कोड में कर संरचना, दरें, छूटें और सरकार का दृष्टिकोण बदल जाएगा।
Q: Direct Tax Code 2025 के तहत कर विवादों को कैसे कम किया जाएगा?
A: Direct Tax Code 2025 कर कानूनों की जटिलता को कम करेगा। इससे अनुपालन आसान होगा, ज्यादा लोग टैक्स के दायरे में आएंगे और विवाद कम होंगे।
Q: नए Direct Tax Code 2025 के लिए आवश्यक विवरणी और फॉर्म की जानकारी कहाँ मिलेगी?
A: Direct Tax Code 2025 के लिए विवरणी और फॉर्म की जानकारी आधिकारिक वेबसाइटों और कर कार्यालयों से मिलेगी।